Bottle Gourd (Lauki) के उपयोग, विटामिन-प्रोटीन, फ़ायदे - नुकसान
Bottle Gourd In Hindi
Bottle Gourd जिसे हिंदी में लौकी के नाम से जाना जाता हैं , वैसे तो यह भारत में उपयोग मे लिए जाने वाली हरी सब्जियों में से एक बहुत ही ख़ास हरी सब्जी है। Bottle Gourd को सफेद फूल वाली लौकी या कैलाबाश लौकी के नाम से भी जाता है, Bottle Gourd (कुकुर्बिटेसी) परिवार कि चलने वाली या ऊपर की ओर चढ़ने वाली लतादार पौधे वाली प्रजाति हैं ,जो उष्णकटिबंधीय अफ्रीका की मूल निवासी है, लेकिन इससे मिलने वाले सजावटी और उपयोगी कठोर छिलके वाले बेहतरीन सब्ज़ी के लिए दुनिया के लगभग सभी गर्म जलवायु प्रदेशो में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
लौकी का प्राचीन काल से ही इसका उपयोग इसके बेहतरीन फायदेमंद कारणों के लिए किया जाता रहा है। Bottle Gourd (लौकी) का उपयोग पारंपरिक तौर पर बुखार, खांसी, शरीर में दर्द और अस्थमा जैसी कई बीमारियों के इलाज़ के लिए किया जाता रहा है। इस बेहतरीन हरी सब्ज़ी में विटामिन बी एवं विटामिन-सी और साथ ही साथ अन्य कई सारे पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। देखने में लौकी का आकार, बोतल, डम्बल या अंडाकार आकार के लिए भी विश्व भर में जाना जाता है।

Bottle Gourd Nutrition की मात्रा
टेबल में दी गई लौकी bottle gourd nutrition की मात्रा केवल १० ग्राम लौकी के खाने से मिलती हैं ,कौन सा विटामिन और प्रोटीन कितनी मात्रा में लौकी के अंदर पाया जाता हैं । यह अनुमान आप टेबल को पढ़कर आसानी से लगा सकतें हैं।
लौकी(Bottle Gourd) में पाए जाने वाले लाभकारी गुण:-
- लौकी(Bottle Gourd) में विटामिन -B, विटामिन C, भरपूर मात्रा में पाए जातें हैं, साथ ही साथ अन्य पौष्टिक गुण भी विद्यमान होतें हैं।
- लौकी(Bottle Gourd) के अंदर शारीरिक सूजन-रोधी गुण भी भरपूर मात्रा में पाए जातें हैं।
- लौकी(Bottle Gourd) के अंदर शारीरिक दर्द निवारक गुण पाए जातें हैं।
- लौकी(Bottle Gourd) में विटामिन-C और ज़िंक बहुत ही भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं जो त्वचा के लिए लाभकारी हैं।
- लौकी(Bottle Gourd) सोडियम पोटैशियम जैसे पाचक गुण भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं।
लौकी Bottle Gourd Recipe आपके पुरे परिवार के लिए
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको आज बताएंगें की लौकी की स्वादिस्ट सब्ज़ी bottle gourd recipe जो आप अपने पुरे परिवार के भोजन परोस सकतें हैं। सबसे पहले आपको एक लौकी का फल लेना हैं। फल को अच्छे से धोकर एक बर्तन लेकर लौकी के छिलके को अच्छे से छील कर धो ले। फल को अच्छे से छीलकर धोने के बाद लौकी के फल को बारीक़-बारीक़ टुकड़ों में काट लें।
फिर एक अलग प्लेट लेकर उसमे २ प्याज़ ,१ टमाटर ,३ हरी मिर्च, ४ लहसुन ,थोड़ी सी धनिया की हरी पत्ती ,लेकर बारीक़ काटकर रख लें।
स्वादानुसार गर्म मसाला ,हल्दी ,धनिया पाऊडर एक कटोरी में लेकर थोड़ा पानी मिलकर रख लें।
स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा सा चना आप अच्छे से भिगोकर पहले से रखें यह आपके लौकी के सब्जी का स्वाद और भी दुगुना कर देगा ।
अब गैस /चूल्हे पर हल्की आंच में कड़ाई को रखें और उसके ४० मिलीलीटर सरसो का तेल डालकर गर्म करें।
तेल के अच्छे से गर्म हो जाने के बाद उसके २ तेज़पत्ता और थोड़ा खड़ा ज़ीरा ,और हींग डालकर इनको लाल होने दें।
जब ये अच्छे से लाल हो जाये फिर इसमें बारीक़ काटें हुए लहसुन और प्याज़ को डालकर अच्छे से पका ले जब ये लाल हो जाये तो इसमें काटें गए टमाटर को भी डालकर पकाएं। अब जो आपने मसाले भिगोकर आपने रखे थें उससे भी डालकर पकाएं जब मसाला पककर लाल हो जाये तो अब कटे हुए लौकी की सब्ज़ी और भीगे हुए चने को डालकर अच्छे से चलायें। स्वादानुसार अब सब्जी में नमक ड़ालकर सब्जी को अच्छे से पकने दें और ऊपर से एक ढकन से कढ़ाई को ढक दें। अब लौकी की सब्जी को अच्छे से पकने दे जब सब्ज़ी में जूस गाढ़ा हो जाये तो फिर सब्ज़ी को आंच से उतार दे और इसमें कटे हुए धनिया की पत्ती को ऊपर से छिट कर ढककर रख दें। अब इस तरीके से आपने एक स्वादिस्ट व्यंजन बना दिया दिया और वो भी लौकी से तो और अब इसे चावल या रोटी के साथ परोसे।
लौकी(bottle gourd vegetable) का उपयोग कैसे करें?
- लौकी (bottle gourd vegetable) के फल, पत्तियां, तना,जड़ , फल का छिलका, पके हुए बीज और पके हुए बीज से निकलने वाले तेल सहित पौधे के सभी हिस्सों का उपयोग पारंपरिक स्वस्थ सम्बंधित समस्याओं में किया जा सकता है।
- आप लौकी के फल का उपयोग भोजन में हरी सब्ज़ी के रूप में या फिर विभिन प्रकार से इसके पकवान बनकर अपने भोजन में लौकी के फल का उपयोग कर सकतें हैं।
- आप लौकी के फल को मिक्सर में पीसकर जूस बनाकर थोड़ा पुदीना ,नमक एवं निम्बू के साथ मिलकर भी इसका उपयोग आप कर सकतें हैं । जो पेट के लिए काफी लाभदायक होता हैं।
- लौकी के पक जाने के बाद इसके बीज़ को अच्छे से सुखाकर उसके तेल का उपयोग बालों में लगाने के लिए किया जा सकता हैं।
- लौकी के पतों, तना,जड़ का उपयोग शारीरिक सम्बंधित बिमारियों के इलाज के लिए किया जा सकता हैं, वैद्यकीय सलाह के अनुसार।

उपयोग एवं स्वास्थ्य के लिए Benefits Bottle Gourd:-
लौकी बहुत ही फायदेमंद और औषधीय गुडों से भरपूर होता हैं ,जो विभिन्न प्रकार से हमारे शरीर के सभी अंगों के लिए लाभ प्रदान करता हैं। आगे हमने लौकी
से होने वाले स्वास्थ लाभ एवं उनकी उपयोगिता के बारें में अच्छे से समझाया हैं।
लौकी मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद जाने उपयोग:
लौकी में कुछ ऐसे गुड़ भी पाए जातें हैं, जो आपके यादास्त के लिए काफ़ी लाभकारी प्रभाव दिखा सकता है। लौकी में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण यौगिक पाए जातें हैं, जो आपके मस्तिष्क पर असर करके दर्द निवारक और साथ ही केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (सीएनएस) अवसादक जैसी स्थिति में भी फायदेमंद हो सकता हैं। सीएनएस अवसादक स्थित में मन को शांत करके संभावित रूप से असर दिखा सकता है। मस्तिष्क के इन समस्यायों के लिए यदि आप लौकी से मिलने वाले लाभों के लिए लौकी का उपयोग करना चाहतें हैं, तो सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उचित निदान और उपचार प्राप्त करना चाहिए।
लीवर की समस्याओं के लिए भी लौकी फायदेमंद :
वैज्ञानिको के द्वारा बहुत से प्रकार के जानवरों पर किये गए अध्ययन में ऐसे पाया गया हैं, कि लौकी में काफी सारे ऐसे यौगिक गुड़ पाएं जातें हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत करने में काफी सहायक भूमिका निभातें हैं। ये यौगिक पाचन तंत्र को पाचन क्रिया करने में काफ़ी सहायक होतें हैं । साथ ही साथ यह आपके लिवर में जमा गँदगी को भी साफ़ करने में काफी सहायक हैं। लौकी को आप अपने भोजन के साथ या फिर जूस के रूप में लेकर इसका लाभ ले सकतें हैं। हमारी सलाह हैं कि किसी भी प्रकार से लौकी का उपयोग पाचन तंत्र के इलाज के लिए करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
लौकी मधुमेह के रोग में भी उपयोगी :
लौकी का उपयोग मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति भी अपने भोजन में कर सकतें हैं। कम वसा और उच्च फाइबर वाले योगिक गुणों के कारण मधुमेह के रोग से पीड़ित व्यक्ति के भोजन में लौकी को दिया जा सकता हैं। क्योंकि कुछ जानवरों पर अध्ययन में यह पता चल हैं की लौकी में रक्त शर्करा के अस्तर को प्रभावी ढंग से कम करने के गुण विद्यमान होतें हैं। चार पशुओं को लौकी के रस को देकर उनपर अध्ययन किया गया और मधुमेह विरोधी संभावित लक्षण देखें गएँ। हलाकि अभी मनुस्यों पर इनके असर के बारें में जानने के लिए और भी अध्ययन की आवशयकता हैं।
लौकी का कैंसर रोग के लिए के संभावित उपयोग:
लौकी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और साइटोटॉक्सिक के कारण यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के इलाज में भी उपयोग किया जा सकता हैं। वैज्ञानिको के एक अध्ययन में जानवरों पर लौकी के अर्क से किये गए एक प्रयोग में पता चला हैं, कि यह कैंसर के कोशिकाओं के ख़िलाफ़ अच्छा काम कर सकता हैं। एक प्रयोगशाला में इसके तने से निकलने वाले अर्क कैंसर कोशिका रेखाओं के ख़िलाफ़ शक्तिशाली साइटोटॉक्सिक ( शरीर में कोशिकाओं के लिए विरोध )देखा गया हैं। लौकी की यह प्रतिकिया एवं गुड़ इसमें पाएं जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और साइटोटॉक्सिक के कारण हो सकतें हैं। लौकी के संभावित लक्षण प्रोगशाला एवं जानवरों पर प्रयोग में केवल देखें गए हैं। मानव पर इसके प्रयोग के लिए अभी और भी प्रयोग की आवश्य्कता हैं। किसी भी प्रकार से लौकी का कैंसर के रोग के इलाज के लिए उपयोग करने के लिए डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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लौकी का मोटापा कम करने में उपयोग
बढे हुए वज़न को कम करने के लिए लौकी का उपयोग एक बहुत ही अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें कैलोरी काफी कम मात्रा में होती है और इसके फल के अंदर ज्यादातर पानी की मात्रा होती है। लौकी में आहारीय फाइबर,वसा और साथ ही साथ कोलेस्ट्रॉल भी कम मात्रा में होता है। लौकी के ये सभी गुण वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए आप लौकी का सेवन आप अपने नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं। हालाँकि, वजन घटाने के लिए यदि आप लौकी से सम्बंधित किसी भी प्रकार का हर्बल उपचार का उपयोग करना चाहतें हैं तो पहले, आपको इसके उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक होगा।
त्वचा के निखार के लिए लौकी के संभावित उपयोग
लौकी में विटामिन सी और जिंक बहुत ही भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो त्वचा के लिए काफी लाभप्रद हैं । विटामिन सी त्वचा के अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक विटामिन है। यह त्वचा को होने वाले पराबैंगनी विकिरण वाले नुकसान से बचाने में काफी मदद करता है। यह बढ़ती उम्र के साथ त्वचा में होने वाले बदलाव के लक्षणों, जैसे त्वचा का ढीलापन, जैसे परेशानियों में आपकी काफी मदद कर सकता हैं। यह त्वचा में अवरोधक लिपिड के उत्पादन की मात्रा को बढ़ाकर त्वचा को बांधकर रखने वाले गुड़ को बरक़रार रखने में मदद कर सकता है। यदि आप किसी त्वचा रोग से पीड़ित हैं, तो किसी अच्छे डॉक्टर की देखभाल या फिर त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें, क्योंकि वे आपको अच्छे से जड़ी-बूटियों और सब्जियों के उपयोग की मात्रा के बारे में अच्छे से मार्गदर्शन करने में सक्षम होंगे।
यद्यपि ये सभी ऐसे अध्ययन हैं जो विभिन्न स्थितियों जैसे जानवरों और प्रयोगशालाओं में हुए अध्ययन लौकी के लाभों को दर्शाते हैं, लेकिन ये मानव पर उपयोग के लिए पूर्ण नहीं हैं, और मानव स्वास्थ्य पर होने वाले लौकी के लाभों एवं दुस्प्रभाओं की वास्तविक सीमा को स्थापित करने के लिए आगे और भी गहन अध्ययन की आवश्यकता है।
लौकी के उपयोग से होने वाले साइड-इफेक्ट्स
लौकी का जूस वैसे तो पिने में काफी स्वादिस्ट होता हैं, और थोड़ा कड़वाहट भरा होता है, इसके कड़वाहट की वजह से गंभीर विषाक्तता वाली प्रतिक्रिया हो सकती है। लौकी के जूस के साइड इफेक्ट्स वाले लक्षणों में पेट में दर्द,उल्टी, दस्त, हेमटोचेज़िया (मल में खून), हेमेटेमेसिस (खून की उल्टी), सदमा और यही नहीं ज्यादा गंभीर हालत में मौत भी हो सकती है। यदि आपको लौकी के सेवन के बाद इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो आपको तुरंत एक अच्छे से डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। .
लौकी का उपयोग करते समय बरती जाने वाली सावधानियां:
लौकी के उपयोग के समय बरती जाने वाली खासतौर पर कुछ सावधानियां इस प्रकार हैं:
गर्भवती अवस्था में महिलाएं लौकी के फल की पकी हुई सब्जियों के रूप में खा सकती हैं। लेकिन एक बात का खासतौर पर ध्यान दें कि इसकी मात्रा बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि किसी भी खाद्य पदार्थ या सब्जी का आवश्यकता से अधिक सेवन शरीर पर विषाक्त प्रभाव पैदा कर सकता है।
लौकी की सब्ज़ी पूरे भारत में बड़े पैमाने पर उपयोग की जाने वाली एक आम हरी सब्जी है, और इसे दैनिक जीवन के व्यंजनों में आवश्यकता के अनुसार सही मात्रा में खाया जा सकता है। इसके औषधीय लाभों के लिए लौकी की सब्जी को आवश्यकता से अधिक खाने से बचें।
जैसा कि आप जानतें हैं, की यह भारत के घरों में खाई जाने वाली एक आम हरी सब्जी है। इसे बुजुर्ग उम्र के लोग भी भोजन में खा सकते हैं लेकिन एक सीमित मात्रा में। क्योंकि अधिक मात्रा में लौकी की सब्ज़ी खाने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
बच्चों के लिए लौकी की सब्जी खाना सुरक्षित है, बशर्ते इसका उपयोग भोजन में खाद्य पदार्थों और व्यंजनों के रूप में इसका सेवन संतुलित मात्रा में किया जाना चाहिए ।
लौकी के भोजन में व्यंजन के रूप में खाने के अलावा इसके बहुत से औषधीय लाभ भी हैं , यदि आप इसके औषधीय लाभ लेना चाहतें हैं तो इसको उपयोग में लेने से पहले, अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
लौकी के उपयोग के समय बरती जाने वाली खासतौर पर कुछ सावधानियां इस प्रकार हैं:
गर्भवती अवस्था में महिलाएं लौकी के फल की पकी हुई सब्जियों के रूप में खा सकती हैं। लेकिन एक बात का खासतौर पर ध्यान दें कि इसकी मात्रा बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि किसी भी खाद्य पदार्थ या सब्जी का आवश्यकता से अधिक सेवन शरीर पर विषाक्त प्रभाव पैदा कर सकता है।
लौकी की सब्ज़ी पूरे भारत में बड़े पैमाने पर उपयोग की जाने वाली एक आम हरी सब्जी है, और इसे दैनिक जीवन के व्यंजनों में आवश्यकता के अनुसार सही मात्रा में खाया जा सकता है। इसके औषधीय लाभों के लिए लौकी की सब्जी को आवश्यकता से अधिक खाने से बचें।
जैसा कि आप जानतें हैं, की यह भारत के घरों में खाई जाने वाली एक आम हरी सब्जी है। इसे बुजुर्ग उम्र के लोग भी भोजन में खा सकते हैं लेकिन एक सीमित मात्रा में। क्योंकि अधिक मात्रा में लौकी की सब्ज़ी खाने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
बच्चों के लिए लौकी की सब्जी खाना सुरक्षित है, बशर्ते इसका उपयोग भोजन में खाद्य पदार्थों और व्यंजनों के रूप में इसका सेवन संतुलित मात्रा में किया जाना चाहिए ।
लौकी के भोजन में व्यंजन के रूप में खाने के अलावा इसके बहुत से औषधीय लाभ भी हैं , यदि आप इसके औषधीय लाभ लेना चाहतें हैं तो इसको उपयोग में लेने से पहले, अच्छे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

दवाओं के साथ लौकी के साइड इफेक्ट्स
दवाओं के साथ में लौकी को लेना सुरक्षित हैं या नहीं इसेको साबित करने के लिए पर्याप्त जानकारी अभी उपलब्ध नहीं हैं । इसलिए, हमारी सलाह हैं कि यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो आपको दैनिक भोजन और खाद्य पदार्थों के साथ संभावित मेल मिलाप के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श लेने की आवश्य्कता हैं । वे आपको जो दवा चल रही हैं उसकी सावधानियों और अंतःक्रियाओं के बारे में बेहतर मार्गदर्शन देने में सक्षम होंगे।
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